सीएम सैनी का ऐलान : शहीद विनय नरवाल के परिवार को 50 लाख रुपए की मदद, परिवार के एक सदस्य को नौकरी

Rs 50 lakh assistance to martyr Vinay Narwal's family, job to one family member

Rs 50 lakh assistance to martyr Vinay Narwal's family, job to one family member

Rs 50 lakh assistance to martyr Vinay Narwal's family, job to one family member- चंडीगढ़। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। उनमें हरियाणा के करनाल के रहने वाले नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को उनके परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। 

मुख्यमंत्री ने आर्थिक सहायता की घोषणा करने के साथ वादा किया कि विनय नरवाल के माता-पिता परिवार के जिस सदस्य को चाहेंगे, उसे सरकार की नीति के अनुसार नौकरी दी जाएगी।

इससे पहले, शुक्रवार को हरिद्वार में हर की पौड़ी पर विनय नरवाल की अस्थियां विधिवत पूजा-पाठ के साथ गंगा में विसर्जित की गई थीं।

इस दौरान शहीद के पिता राजेश नरवाल, उनके मामा और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे। पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक और भाजपा कार्यकर्ता भी इस अवसर पर हर की पौड़ी पर पहुंचे और शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। घाट पर मौजूद लोगों ने वीर सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित की और 'शहीद विनय अमर रहें' तथा 'भारत माता की जय' के उद्घोष किए।

अस्थि विसर्जन के बाद शहीद के पिता राजेश नरवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मेरा बेटा तो शहीद हो गया, लेकिन दुआ है कि भविष्य में किसी और के घर ऐसा हादसा न हो।" इस दौरान हर की पौड़ी पर मौजूद सभी श्रद्धालुओं की आंखें नम थीं। राजेश नरवाल ने इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़े रहने के लिए देशवासियों को धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा कि मैं भारत सरकार से सिर्फ इतना चाहता हूं कि मेरा बेटा तो शहीद हो गया, लेकिन भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए पुख्ता कदम उठाए जाने चाहिए।

पहलगाम की बैसरन घाटी में सेना और पुलिस की वर्दी में आए आतंकवादियों ने पहले धर्म पूछकर गैर-मुस्लिमों को अलग किया और फिर उन पर गोलियां बरसा दीं। घटना में 26 लोगों की जान चली गई थी जबकि अन्य घायल हो गए थे।